सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Scientificgyanvarsha

विज्ञान क्या है? What is Science?

विज्ञान क्या है ?what is Science? परिभाषा :   विज्ञान सुसंगत एवं क्रमबद्ध ज्ञान है जिसके अंतर्गत ब्रह्माण्ड (Universe) में स्थित सजीव (Living) एवं निर्जीव (Non-Living) घटकों (Component) में होने वाली घटनाओं व परिघटनाओं का  अध्ययन प्रयोगों (Practicals) एवं अवलोकनों (Observations) के द्वारा करते हैं। गणित में "प्रयोग" नहीं हैं, इस कारण गणित का अध्ययन कला के विषयों के साथ भी करते हैं। परन्तु गणित के बिना विज्ञान बिल्कुल अधूरा है, क्योंकि समस्त गणनाएँ (Counting) गणित की सहायता से की जाती है।   साइंस शब्द की उत्पत्ति (Origin of word Science) : साइंस  (Science) एक लैटिन शब्द Scientia से उत्पन्न है जिसका अर्थ है जानना (To know) । विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Science):  मुख्य रूप से विज्ञान को दो भागों में विभक्त किया गया है- भौतिक विज्ञान (Physical Science ) एवं जीवन विज्ञान (Life Science)। भौतिक विज्ञान में भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), भूगर्भ विज्ञान (Geology), खगोल विज्ञान (Astronomy), अन्तरिक्ष विज्ञान (Space Science), कम्प्यूटर विज्ञान (Compu...

Joint Admission Test for Masters JAM

Joint Admission Test for Masters JAM -

भारत में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा प्रदान करने वाली एक महत्वपूर्ण एवं अग्रणी शिक्षण संस्था है विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में ज्ञानार्जन के लिए उत्सुक छात्रों के लिए यह बहुत ही उच्च कोटि की संस्था के रूप में विश्व विख्यात है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई होती है, अधिकांश लोगों को सिर्फ इसी की जानकारी है । क्योंकि आईआईटी - जेईई परीक्षा के बारे में शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को बताई जाती है। परंतु विज्ञान विषय से बीएससी करने के बाद देश का यह सर्वोच्च संस्थान विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर की तथा डॉक्टोरल डिग्री भी प्रदान करते हैं यह बात चुनिंदा लोगों को ही पता है।
विद्यार्थियों को स्वयं के स्रोत से अथवा माता पिता के द्वारा आईआईटी के बारे में जानकारी प्राप्त होने पर उसमें प्रवेश की लालसा बढ़ जाती है और विद्यार्थी सीधे इंजीनियरिंग में प्रवेश प्राप्त करने के लिए प्रारंभ से ही प्रयास करना शुरू कर देते हैं। 
हर वर्ष बहुत से विद्यार्थी इसमें सफल होते हैं और बहुत से विद्यार्थी आईआईटी के द्वारा इंजीनियरिंग में प्रवेश से वंचित रह जाते हैं। और वंचित छात्र आईआईटी में अध्ययन के सपने को अधूरा मानकर देश के अन्य संस्थानों में इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने की ओर अग्रसर हो जाते हैं।
जिन विद्यार्थियों कोJoint Admission Test for Masters JAM की जानकारी होती है वह बीएससी में प्रवेश लेकर इस JAM की परीक्षा की तैयारी में जुट जाते हैं और अंततः आईआईटी में पढ़ने के अपने बचपन के सपनों को साकार करने में सफल हो जाते हैं परंतु आवश्यक है कि विद्यार्थियों को इस बात की काउंसलिंग की जाए।
भारत देश को जितनी आवश्यकता इंजीनियर की है उतनी ही आवश्यकता वैज्ञानिकों की भी है दोनों पद एवं उनके कार्य देश के लिए महत्वपूर्ण है।

JAM- 

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है जिसके माध्यम से विज्ञान विषयों में मास्टर डिग्री तथा पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाती है । 

यह परीक्षा शैक्षिक सत्र 2004-05 से IITs ने शुरु की थी । इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद छात्र विज्ञान के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं ।

इस परीक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को M.Sc. ( दो साल ) , Masters  in Economics ( दो साल ) , संयुक्त  M.Sc.- Ph.D , M.Sc.- Ph.D दोहरी डिग्री और अन्य स्नातकोत्तर डिग्रियों में प्रवेश देना है । यह प्रोग्राम सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध है , चाहे कोई किसी भी राष्ट्रीयता का हो । 

योग्यता (Eligibility)-

IIT-JAM की परीक्षा में भाग लेने के निम्न योग्यताएँ अनिवार्य हैं -
1. अभ्यर्थियों के पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए ।
2. स्नातक में जनरल / OBC / EWS के अभ्यर्थियों को कम से कम 55% या 10 में से 5.5 CGPA  तथा SC / ST और PWD के अभ्यर्थियों के कम से कम 50% या 10 में से 5.0 CGPA प्राप्त होने चाहिए। 

पाठ्यक्रम ( Syllabus ) -

यह परीक्षा विज्ञान के सात विभिन्न विषयों जैव प्रौद्योगिकी (BT) , रसायन विज्ञान (CY) , अर्थशास्त्र (EN) , भूविज्ञान (GG) , गणित (MA) , गणितीय सांख्यिकी (MS) और भौतिकी (PH) में आयोजित की जाती है । छात्रों को इन सभी विषयों के कोड का ज्ञान होना अत्यावश्यक है क्योंकि यह आवेदन और प्रवेश प्रक्रिया के दौरान काम आता है । 

परीक्षा प्रतिरूप ( Paper Pattern )-

JAM की परीक्षा एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा है। जिसकी अवधि तीन घंटे की होती है । प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी में ही होता है । प्रश्न पत्र में 60 प्रश्न होते हैं जो कि 100 अंक के होते हैं । पूरा पेपर तीन भागों में विभाजित होता है -

भाग 1 - कुल 30 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं , जिसमें से 10 प्रश्न 1 अंक के तथा 20 प्रश्न 2 अंक के होते हैं । 

भाग 2 - कुल 10 एकाधिक चयन प्रश्न होते हैं , जिसमें एक से अधिक सही उत्तर हो सकते हैं । सभी प्रश्न 2 अंक के होते हैं । 

भाग 3 - कुल 20 न्यूमेरिकल आंसर टाइप (NAT) प्रश्न होते हैं , जिसमे में 10 प्रश्न एक अंक के तथा 20 प्रश्न दो अंक के होते हैं । 

केवल भाग 1  में नकारात्मक अंकन किया जायेगा , एक अंक वाले प्रश्नों में गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जायेंगे और दो अंक वाले प्रश्नों में गलत  उत्तर के लिए 2/3 अंक काटे जायेंगे । 

आवेदन शुल्क ( Application Fees ) -

महिला / एससी / एसटी / PWD - एक टेस्ट पेपर के लिए 750 रुपये और दो टेस्ट पेपर के लिए 1050 रुपये । 

अन्य सभी वर्ग के लिए - एक पेपर का 1500 रुपये तथा दो पेपर का 2100 रुपये | 

ध्यान रहे आवेदन फीस अप्रतिदेय है | 

IIT-JAM में भाग लेने वाली संस्थाएं -

1. IISc Bangalore 

2. IIT Bhilai

3. IIT Bhubneswar

4. IIT Bombay

5. IIT Delhi

6. IIT (ISM) Dhanbad

7. IIT Gandhinagar

8. IIT Guwahati

9. IIT Hyderabad

10. IIT Indore

11. IIT Jodhpur

12. IIT Kanpur

13. IIT Kharagpur

14. IIT Madras 

15. IIT Mandi

16. IIT Palakkad

17. IIT Patna

18. IIT Roorkee

19. IIT Ropar

20. IIT Tirupati

21. IIT (BHU) Varanasi 

सुधी पाठकों, यह ब्लॉग यदि आपको उपयोगी लगा हो तो इसे समाज के कल्याणार्थ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें तथा ब्लॉग को फॉलो करें।



                                                                                                  सादर। 


MUST READ : Immunity

MUST READ : What is Science

MUST READ : Superconductivity

















































































टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ और उनका योगदान (Famous Indian Mathematician and their Contribution)

गणित के क्षेत्र मे भारत के कई पुरोधाओं ने अपने कृतित्व से भारतीय गौरव को शीर्षस्थ किया है जिनकी लम्बी सूची है जिन्होने अपने ज्ञान से पूरे विश्व को आलोकित किया है जिनका योगदान अप्रतिम, प्रेरणास्पद, अविस्मरणीय है। आर्यभट्ट :- आर्यभट्ट (476 ई ० -550 ई ० )  प्राचीन भारत के महान ज्योतिषविद तथा गणितज्ञ थे।  इन्होंने आर्यभट्टीय नामक महत्वपूर्ण ज्योतिष ग्रन्थ लिखा जिसमें वर्गमूल, घनमूल, समान्तर श्रेणी तथा विभिन्न प्रकार के समीकरणों का वर्णन है। इसके गणितीय भाग में अंकगणित , बीजगणित, सरल त्रिकोणमिति और गोलीय त्रिकोणमिति, सरल भिन्न, द्विघात समीकरण, घात शृंखला के योग तथा ज्याओं की एक तालिका है।   एक प्राचीन श्लोक के अनुसार आर्यभट्ट गुप्त काल के समय नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति भी थे। आर्यभट्ट ने सबसे सही और सुनिश्चित पाई  (ℼ)  के मान का निरूपण किया था। आर्यभट्ट ने गणित के सूत्रों को श्लोकों के रूप में लिखा था। शून्य की खोज का श्रेय भी आर्यभट्ट को जाता है इनका मानना था की कोई नंबर जैसे 0 का भी अस्तित्व है।  खगोल विज्ञान के क्षेत्र में भी आर्यभट्ट का महत्वपूर्ण ...

दैनिक जीवन में गणित शिक्षण का महत्व एवं उद्देश्य

"उद्देश्य के साथ कार्य करने का अभिप्राय है बुद्धिमत्ता के साथ कार्य अथवा अर्थपूर्ण ढंग से कार्य करना न कि एक स्वचालित यन्त्र की तरह।"                                                                                                                                        - जॉन डीवी  शिक्षा द्वारा ही एक संपन्न समाज की आधारशिला रखी जा सकती है। जिस समाज में शिक्षा व्यवस्था जैसी होगी, उसी प्रकार के समाज का निर्माण होगा। हमें अगर एक सभ्य समाज का निर्माण करना है तो हमें शिक्षा के उद्देश्यों का निर्धारण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।  उद्देश्य ऐसे हों जिन्हें व्यवहारिक रूप से प्राप्त किया जा सके और जो व्यक्ति ,समाज और देश की आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकें।...

विज्ञान क्या है? What is Science?

विज्ञान क्या है ?what is Science? परिभाषा :   विज्ञान सुसंगत एवं क्रमबद्ध ज्ञान है जिसके अंतर्गत ब्रह्माण्ड (Universe) में स्थित सजीव (Living) एवं निर्जीव (Non-Living) घटकों (Component) में होने वाली घटनाओं व परिघटनाओं का  अध्ययन प्रयोगों (Practicals) एवं अवलोकनों (Observations) के द्वारा करते हैं। गणित में "प्रयोग" नहीं हैं, इस कारण गणित का अध्ययन कला के विषयों के साथ भी करते हैं। परन्तु गणित के बिना विज्ञान बिल्कुल अधूरा है, क्योंकि समस्त गणनाएँ (Counting) गणित की सहायता से की जाती है।   साइंस शब्द की उत्पत्ति (Origin of word Science) : साइंस  (Science) एक लैटिन शब्द Scientia से उत्पन्न है जिसका अर्थ है जानना (To know) । विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Science):  मुख्य रूप से विज्ञान को दो भागों में विभक्त किया गया है- भौतिक विज्ञान (Physical Science ) एवं जीवन विज्ञान (Life Science)। भौतिक विज्ञान में भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), भूगर्भ विज्ञान (Geology), खगोल विज्ञान (Astronomy), अन्तरिक्ष विज्ञान (Space Science), कम्प्यूटर विज्ञान (Compu...