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विज्ञान क्या है? What is Science?

विज्ञान क्या है ?what is Science? परिभाषा :   विज्ञान सुसंगत एवं क्रमबद्ध ज्ञान है जिसके अंतर्गत ब्रह्माण्ड (Universe) में स्थित सजीव (Living) एवं निर्जीव (Non-Living) घटकों (Component) में होने वाली घटनाओं व परिघटनाओं का  अध्ययन प्रयोगों (Practicals) एवं अवलोकनों (Observations) के द्वारा करते हैं। गणित में "प्रयोग" नहीं हैं, इस कारण गणित का अध्ययन कला के विषयों के साथ भी करते हैं। परन्तु गणित के बिना विज्ञान बिल्कुल अधूरा है, क्योंकि समस्त गणनाएँ (Counting) गणित की सहायता से की जाती है।   साइंस शब्द की उत्पत्ति (Origin of word Science) : साइंस  (Science) एक लैटिन शब्द Scientia से उत्पन्न है जिसका अर्थ है जानना (To know) । विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Science):  मुख्य रूप से विज्ञान को दो भागों में विभक्त किया गया है- भौतिक विज्ञान (Physical Science ) एवं जीवन विज्ञान (Life Science)। भौतिक विज्ञान में भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), भूगर्भ विज्ञान (Geology), खगोल विज्ञान (Astronomy), अन्तरिक्ष विज्ञान (Space Science), कम्प्यूटर विज्ञान (Compu...

राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (National Talent Search Examination)


राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (National Council of Educational Research and Training) के शैक्षिक सर्वेक्षण विभाग (Educational Survey Division) द्वारा आयोजित की जाती है। 



                     
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा प्रत्येक वर्ष संपन्न करायी जाती है जिसमें पूरे देश के दो हज़ार प्रतिभावान छात्रों को कक्षा 11 से लेकर  पी एच डी  तक नकद छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है और इसमें कक्षा 10 की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले छात्र भाग लेते हैं। 


 
सन् 1961 में भारत सरकार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् के माध्यम से शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से लिखित परीक्षा आयोजित करके मेधावी एवं प्रतिभावान छात्रों को चयनित करने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी ।


प्रारंभ में केवल दिल्ली के लिये यह परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें 350  छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गयी थी । परन्तु अब यह देशव्यापी है। अलग-अलग राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों के लिए निर्धारित सीटों के अनुरुप एन सी ई आर टी के द्वारा केंद्रीय स्तर पर लिखित परीक्षा के आधार पर चयनित छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है।


सन् 1976, 1985, 1995, 2006, 2008, 2013, 2018 व 2019 मे संशोधन के उपरांत लागू वर्तमान योजना निम्नवत हैं-



वर्तमान योजना (Present Scheme)-


पहले यह छात्रवृत्ति विज्ञान के क्षेत्र में प्रदान की जाती थी बाद में यह सामाजिक विज्ञान मे पी एच डी तक तथा चिकित्सा विज्ञान  व इन्जीनियरिंग के क्षेत्र में द्वितीय डिग्री स्तर तक दी जाने लगी।  



आरक्षण (Reservation)-


केंद्र के नियमों के अनुसार अनुसूचित जाति के लिये 15%, अनुसूचित जनजाति के लिये 7.5%, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये 27% व शारीरिक दिव्यांगों के लिये 4% छात्रवृत्ति आरक्षित है ।



चयन प्रक्रिया (Selection Procedure)- 


इस छात्रवृत्ति हेतु पहले राज्य/ केन्द्रशासित प्रदेश स्तर एवं बाद में केंद्रीय स्तर पर एन सी ई आर टी द्वारा यह प्रतिभा खोज परीक्षा संपन्न करायी जाती है।



प्रथम चरण (Stage I)-

(i)राज्यस्तरीय/केन्द्रशासित प्रदेश स्तरीय परीक्षा (State level/UT level Examination ):


यह परीक्षा राज्यों/ केन्द्रशासित प्रदेशों मे कक्षा 9 एवं 10 मे नामांकित छात्रों की संख्या पर आधारित होती है। जिसके आधार पर राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों का कोटा निर्धारित होता है।

परीक्षा का मानक , मेरिट एवं परीक्षा संचालन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों की होती है।


सामान्य परिस्थितियों मे नवंबर माह के पहले रविवार को संपन्न करायी जाती है।परन्तु नागालैंड , अण्डमान, मेघालय तथा मिजोरम मे यह परीक्षा इसी माह के पहले शनिवार को होती है।


केंद्र एवं राज्यों / केन्द्रशासित प्रदेशों के बीच परीक्षा सम्बंधी समन्वय स्थापित करने के लिये लाइजेन अफसर नियुक्त होता है। जो दोनों परीक्षाओं के बीच तालमेल बनाये रखता है।         


इस परीक्षा में राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के कक्षा 10 में अध्ययनरत छात्र प्रतिभाग करते हैं।
 

केंद्र द्वारा संचालित सभी केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल जिस राज्य/ केन्द्रशासित प्रदेश जहाँ वह स्थित है, उन राज्यों के अधीन अपने छात्रों को सम्मिलित करायेंगे।अधिवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता नही है।


राज्य/केन्द्रशासित प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के कक्षा 10 में अध्ययनरत छात्र परीक्षा के लिये अर्ह होंगे।                


जिनकी आयु 18 वर्ष के अन्दर वाले दूरस्थ शिक्षा के छात्र भी परीक्षा में भाग ले सकते हैं।


एन सी ई आर टी के पोर्टल www.ncert.nic.in तथा समाचार पत्र में सूचना  प्रकाशित होने के पश्चात कक्षा 10 में अध्ययनरत छात्र अपना आवेदन जमा कर सकते हैं एवं लाइजेन ऑफिसर इसकी व्यवस्था कराते हैं।

राज्य / केन्द्रशासित प्रदेश इस परीक्षा हेतु आवेदन का शुल्क, परीक्षा स्थल निर्धारित करने के लिये स्वतंत्र हैं।


आवेदन पूर्णरूपेण भरकर प्रधानाचार्य से सत्यापित कराकर आवेदन जमा करने की अन्तिम तिथि से पूर्व  लाइजेन ऑफिसर तक भेजा जाता है।


100-100 अंक के कुल दो पेपर होते हैं-

(i) Mental Ability test- MAT-100 

(ii) Scholastic Aptitude test-SAT-100

(40 M Science 40 M Social Science 20 M Mathematics )


उत्तीर्णांंक प्रतिशत-

सामान्य 40% , अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व दिव्यांग 32%, इससे मेरिट बनाई जाती है। इसको द्वितीय चरण में जोड़ा नहीं जाता है।

राज्य / केन्द्रशासित प्रदेश स्तरीय परीक्षा के किसी पत्राचार का जवाब एन सी ई आर टी नहीं देता है।                

परिणाम जनवरी-फरवरी में आता है। इसका मेरिट राज्य/ केन्द्रशासित प्रदेश जारी करते हैं।

सामान्य परीक्षार्थियों को प्रत्येक पेपर के लिये 2 घण्टे तथा दृष्टिहीन छात्रों के लिये 1/2 घण्टे का अतिरिक्त समय दिया जाता है।


द्वितीय चरण (Stage II )-

राष्ट्रस्तरीय परीक्षा (National level Examination)-

यह परीक्षा केंद्रीय स्तर पर एन सी ई आर टी द्वारा आयोजित की जाती है इसमें राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों द्वारा मेरिट में आये प्रतिभावान छात्र तथा विदेशों मे पढ़ रहे भारतीय मूल के कक्षा 10 में अध्ययनरत छात्र हिस्सा ले सकते हैं ।


विदेश में अध्ययनरत भारतीय मूल के छात्रों को अपने स्कूल के हेड  से आवेदन सत्यापित कराकर समय से जमा करना होगा। उन्हें कक्षा 9 में 60% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। यह प्रमाण पत्र आवेदन के साथ संलग्न करना होगा।आवेदन HOD of Educational survey Division NCERT New Delhi प्रेषित करना होगा।चयन के उपरांत उन्हे भारत में अध्ययन जारी करना होगा।


सामान्यतया परीक्षा केन्द्रों में परिवर्तन नहीं किया जाता है।  


 छात्रवृत्ति वितरण (Disbursement of Scholarship)-

 यह छात्रवृत्ति कक्षा 11 एवं 12 में Rs 1250 व स्नातक एवं स्नातकोत्तर में  Rs 2000 प्रतिमास तथा पी एच डी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग UGC के नियमानुसार प्रदान की जाती है।

 
यह भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला एक ऐसा सहयोग है जिसके द्वारा मेधा का पूरा-पूरा सम्मान एवं पोषण होता है और देश को प्रतिभावान छात्र मिलते हैं।


सरकार की इन योजनाओं का लाभ उठाकर हम देश को उन्नति के पथ पर अग्रसर करने में सहयोगी बनें।इससे वैज्ञानिक दृष्टि एवं दृष्टिकोण विकसित करने में मदद मिलेगी। लाभार्थी के साथ-साथ उसके परिवार एवं समाज का लाभ होगा।




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                                                                                                  सादर। 


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