सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Scientificgyanvarsha

विज्ञान क्या है? What is Science?

विज्ञान क्या है ?what is Science? परिभाषा :   विज्ञान सुसंगत एवं क्रमबद्ध ज्ञान है जिसके अंतर्गत ब्रह्माण्ड (Universe) में स्थित सजीव (Living) एवं निर्जीव (Non-Living) घटकों (Component) में होने वाली घटनाओं व परिघटनाओं का  अध्ययन प्रयोगों (Practicals) एवं अवलोकनों (Observations) के द्वारा करते हैं। गणित में "प्रयोग" नहीं हैं, इस कारण गणित का अध्ययन कला के विषयों के साथ भी करते हैं। परन्तु गणित के बिना विज्ञान बिल्कुल अधूरा है, क्योंकि समस्त गणनाएँ (Counting) गणित की सहायता से की जाती है।   साइंस शब्द की उत्पत्ति (Origin of word Science) : साइंस  (Science) एक लैटिन शब्द Scientia से उत्पन्न है जिसका अर्थ है जानना (To know) । विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Science):  मुख्य रूप से विज्ञान को दो भागों में विभक्त किया गया है- भौतिक विज्ञान (Physical Science ) एवं जीवन विज्ञान (Life Science)। भौतिक विज्ञान में भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), भूगर्भ विज्ञान (Geology), खगोल विज्ञान (Astronomy), अन्तरिक्ष विज्ञान (Space Science), कम्प्यूटर विज्ञान (Compu...

विदेश मे अध्ययन Study Abroad

प्रत्येक विद्यार्थी की अभिलाषा होती है कि वह विदेश में रहकर शिक्षा ग्रहण करे परन्तु अन्योन्य कारणो से बच्चों का यह स्वप्न अधूरा रह जाता है ।

हर माता पिता की भी यही कामना होती है कि उसका पाल्य अच्छी से अच्छी शिक्षा ग्रहण करे पर ऐसा कहाँ सम्भव हो पाता है ।

परन्तु इनमें से कई मेधावी छात्रों को सही  मार्गदर्शन के कारण यह सपना पूरा हो जाता है उसके लिये  जिजीविषा होना आवश्यक है। यदि मन में ठान लिया जाए तो असम्भव भी सम्भव हो जाता है।
 
विदेश में अध्ययन हेतु आवश्यक नहीं कि आपके पास बहुत पैसा हो मेधा भी महत्वपूर्ण है। छात्र यदि पढ़ने में अच्छे हैं। तो विश्व के कई विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों को ऑफ़र प्रदान करते हैं साथ ही छात्रवृत्ति भी प्रदान करते हैं। 

विदेश में अध्ययन करने के लिये छात्रों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा पास करनी पड़ती है ।

भारत के छात्रों को भी इन परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना अनिवार्य है ।

अध्ययन हेतु प्रमुख परीक्षाएँ-

भारत में विदेश में अध्ययन हेतु संपन्न होने वाली परीक्षाएँ निम्नवत हैं-

1-Scholastic Aptitude Test (SAT)
2-MedicalCollege Admission Test (MCAT)
3-Law School Admission Test (LSAT)
4-Graduate Management Admission Test (GMAT)
5-Graduate Record Examination (GRE)
6- International English Language Testing System (IELTS)
7-Test for English as a Foreign language (TOEFL)

1-Scholastic Aptitude Test(SAT)-

यू एस ए में अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के तहत वैश्विक स्तर पर कॉलेज में प्रवेश हेतु यह परीक्षा करायी जाती है जिसमें लगभग 20 लाख छात्र भाग लेते हैं। इसका टेस्ट पेपर बेस्ड होता है। इस परीक्षा में Writing, Critical Reading, Mathematics की परीक्षा होती है। परीक्षा अन्ग्रेजी भाषा में सम्पन्न होती है। शुल्क $52.50 से $101.00 के बीच।

2-Medical College Admission Test (MCAT)-

Association of American Medical College के द्वारा संचालित इस परीक्षा के द्वारा यू एस ए , कनाडा तथा आस्ट्रेलिया सहित 19 देशों के लिये मैडिकल की शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्र चयनित किये जाते हैं। यह परीक्षा कम्प्यूटर बेस्ड होती है तथा इसमे Critical Thinking, Written analysis, knowledge of Scientific Concepts and principle आधारित Physical Science, Biological Science, Verbal reasoning की परीक्षा होती है। इस परीक्षा का प्रारंभ सन 1928 से हुआ । गोल्ड ज़ोन तथा सिल्वर ज़ोन का शुल्क अलग -अलग है।

3-Law School Admission Test (LSAT)-

विश्व के अधिकृत परीक्षा केन्द्रों पर कानून के अध्ययन के लिये एक Standardized test का आयोजन Law School Admission council द्वारा किया जाता है जिसमें छात्र एक वर्ष में तीन से ज्यादा तथा पाँच वर्ष में पाँच से ज्यादा बार भाग नहीं ले सकते हैं। परीक्षा में Reading, Compression, Analytical Reasoning , (Unscored ) Writing की परीक्षा होती है । इसका प्रारंभ सन 1948 से हुआ । इसमे चयनित छात्रों को यू एस ए, कनाडा तथा युनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न (आस्ट्रेलिया) में अध्ययन का मौका मिलता है । शुल्क $190

4-Graduate Management Admission Test (GMAT)-

लगभग 114 देशों मे MBA, Accountancy, Master of Finance की शिक्षा प्राप्त करने हेतु Graduate Management Admission Council (GMAC) के द्वारा इस परीक्षा का आयोजन  विभिन्न देशों के निर्धारित परीक्षा केन्द्रो पर आयोजित किया जाता है । यह परीक्षा कंप्यूटर अडॉप्टिव टेस्ट पर आधारित होती है । इसका माध्यम अन्ग्रेजी है ।इस परीक्षा में भाग ले रहे छात्रों को अन्ग्रेजी ग्रामर का भरपूर ज्ञान होना चाहिए साथ ही साथ गणित पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए ।

इस प्रवेश परीक्षा में Analytical, Writing, Quantitative, Verbal and reading Skill in written English, Specific grammar के साथ साथ बीजगणित, रेखागणित तथा अंकगणित का उच्चस्तरीय ज्ञान आवश्यक है।

इसमें परीक्षार्थियों को Solving ability, logic, Critical ability में दक्षता हासिल होना चाहिए । परीक्षार्थी एक साल में 5 बार तथा 5 वर्षों मे कुल 8 बार शामिल हो सकता है। इस परीक्षा में दुनिया भर से  लगभग 200000 छात्र सम्मिलित होते हैं । इसका प्रारंभ 1953 में हुआ था  2300 से ज्यादा ग्रेजुएट स्कूल में अंतिम रूप से चयनित छात्र इसमें प्रवेश पाते हैं ।

5-Graduate Record Examination(GRE)-

यू एस ए, कनाडा सहित अनेक देशों मे मास्टर्स एवं Doctoral डिग्री के लिये इस परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले हजारों छात्रों को प्रवेश दिया जाता है ।

अन्ग्रेजी माध्यम से सपन्न होने वाली इस परीक्षा में भारत सहित अनेक देशों के छात्र भाग लेते हैं । Educational Testing Service द्वारा संचालित इस परीक्षा में लगभग 6 लाख परीक्षार्थी भाग लेते हैं ।

यह परीक्षा कम्प्यूटर बेस्ड अथवा पेपर बेस्ड होती है इसमें Critical Thinking, Analytical writing, Quantitative reasoning ,verbal Reasoning का टेस्ट लिया जाता है । इसकी शुरुआत 1936 में हुई थी ।

6-International English Language Testing System (IELTS)-

ऐसे छात्र जो विदेश में जाकर अध्ययन करना चाहते हैं और जहाँ की बोलचाल व कामकाज की भाषा अन्ग्रेजी हो वहाँ जाकर अध्ययन अथवा जॉब करने के पूर्व IELTS की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है । भाषा कम्युनिकेशन के लिये यह अत्यंत महत्वपूर्ण है ।

स्पेन, पोलैंड, दुबई, जापान, इटली, सिंगापुर, मलेशिया तथा इंडिया में यह अनिवार्य नहीं है परन्तु यू के, यू एस ए, कनाडा, आस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड के लिये IELTS की परीक्षा उत्तीर्ण करना जरुरी है।


7- Test for English as a foreign language (TOEFL )-

IELTS  के अलावा TOEFL  की Standardized test  उत्तीर्ण करना विदेश मे जाकर अध्ययन अथवा जॉब की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के अत्यावश्यक है  जिन देशों के युनिवर्सिटी में अन्ग्रेजी भाषा का प्रयोग होता है तथा कामकाज में अन्ग्रेजी भाषा प्रयुक्त होती इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना बेहद जरुरी है ।




सुधी पाठकों ! यदि उपरोक्त जानकारी उपयोगी हो तो इसे शेयर करें ताकि समाज में वैज्ञानिक दृष्टि एवं दृष्टिकोण विकसित किया जा सके। 

                              

                                                                                                 सादर










टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ और उनका योगदान (Famous Indian Mathematician and their Contribution)

गणित के क्षेत्र मे भारत के कई पुरोधाओं ने अपने कृतित्व से भारतीय गौरव को शीर्षस्थ किया है जिनकी लम्बी सूची है जिन्होने अपने ज्ञान से पूरे विश्व को आलोकित किया है जिनका योगदान अप्रतिम, प्रेरणास्पद, अविस्मरणीय है। आर्यभट्ट :- आर्यभट्ट (476 ई ० -550 ई ० )  प्राचीन भारत के महान ज्योतिषविद तथा गणितज्ञ थे।  इन्होंने आर्यभट्टीय नामक महत्वपूर्ण ज्योतिष ग्रन्थ लिखा जिसमें वर्गमूल, घनमूल, समान्तर श्रेणी तथा विभिन्न प्रकार के समीकरणों का वर्णन है। इसके गणितीय भाग में अंकगणित , बीजगणित, सरल त्रिकोणमिति और गोलीय त्रिकोणमिति, सरल भिन्न, द्विघात समीकरण, घात शृंखला के योग तथा ज्याओं की एक तालिका है।   एक प्राचीन श्लोक के अनुसार आर्यभट्ट गुप्त काल के समय नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति भी थे। आर्यभट्ट ने सबसे सही और सुनिश्चित पाई  (ℼ)  के मान का निरूपण किया था। आर्यभट्ट ने गणित के सूत्रों को श्लोकों के रूप में लिखा था। शून्य की खोज का श्रेय भी आर्यभट्ट को जाता है इनका मानना था की कोई नंबर जैसे 0 का भी अस्तित्व है।  खगोल विज्ञान के क्षेत्र में भी आर्यभट्ट का महत्वपूर्ण ...

दैनिक जीवन में गणित शिक्षण का महत्व एवं उद्देश्य

"उद्देश्य के साथ कार्य करने का अभिप्राय है बुद्धिमत्ता के साथ कार्य अथवा अर्थपूर्ण ढंग से कार्य करना न कि एक स्वचालित यन्त्र की तरह।"                                                                                                                                        - जॉन डीवी  शिक्षा द्वारा ही एक संपन्न समाज की आधारशिला रखी जा सकती है। जिस समाज में शिक्षा व्यवस्था जैसी होगी, उसी प्रकार के समाज का निर्माण होगा। हमें अगर एक सभ्य समाज का निर्माण करना है तो हमें शिक्षा के उद्देश्यों का निर्धारण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।  उद्देश्य ऐसे हों जिन्हें व्यवहारिक रूप से प्राप्त किया जा सके और जो व्यक्ति ,समाज और देश की आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकें।...

विज्ञान क्या है? What is Science?

विज्ञान क्या है ?what is Science? परिभाषा :   विज्ञान सुसंगत एवं क्रमबद्ध ज्ञान है जिसके अंतर्गत ब्रह्माण्ड (Universe) में स्थित सजीव (Living) एवं निर्जीव (Non-Living) घटकों (Component) में होने वाली घटनाओं व परिघटनाओं का  अध्ययन प्रयोगों (Practicals) एवं अवलोकनों (Observations) के द्वारा करते हैं। गणित में "प्रयोग" नहीं हैं, इस कारण गणित का अध्ययन कला के विषयों के साथ भी करते हैं। परन्तु गणित के बिना विज्ञान बिल्कुल अधूरा है, क्योंकि समस्त गणनाएँ (Counting) गणित की सहायता से की जाती है।   साइंस शब्द की उत्पत्ति (Origin of word Science) : साइंस  (Science) एक लैटिन शब्द Scientia से उत्पन्न है जिसका अर्थ है जानना (To know) । विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Science):  मुख्य रूप से विज्ञान को दो भागों में विभक्त किया गया है- भौतिक विज्ञान (Physical Science ) एवं जीवन विज्ञान (Life Science)। भौतिक विज्ञान में भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), भूगर्भ विज्ञान (Geology), खगोल विज्ञान (Astronomy), अन्तरिक्ष विज्ञान (Space Science), कम्प्यूटर विज्ञान (Compu...